इस कहानी के माध्यम से, लेखक हजारी प्रसाद द्विवेदी अपने अनुभवों के जरिए हमें बताना चाहते हैं कि भले ही आज के समय में बहुत सी बुराइयाँ और समस्याएँ हों, लेकिन फिर भी अच्छाई और ईमानदारी हर जगह मौजूद है। वह बताते हैं कि आज के समय में जहां हर किसी को शक की निगाह से देखा जाता है और.......
क्या निराश हुआ जाए - Class 8 - Hindi
Renews every month. Cancel anytime
Your personal doubt-solving assistant
Chatterbot AI gives you 100% accurate answers to your questions in an instant.
Back Questions - क्या निराश हुआ जाए | वसंत | Hindi | Class 8
लेखक ने स्वीकार किया है कि लोगों ने उन्हें भी धोखा दिया है फिर भी वह निराश नहीं है। आपके विचार से इस बात का क्या कारण हो सकता है?
लेखक हजारी प्रसाद द्विवेदी ने स्वीकार किया है कि उन्हें लोगों ने धोखा दिया है, फिर भी वह निराश नहीं हैं क्योंकि उन्होंने सकारात्मकता को महत्व दिया है। उन्होंने जीवन में कई सहायता, धैर्य और विश्वास की घटनाओं का अनुभव किया है, जैसे रेलवे स्टेशन पर टिकट बाबू की ईमानदारी और बस में यात्रा के दौरान लोगों की सहायता। ये घटनाएँ दिखाती हैं कि मानवता अभी भी मौजूद है और इसीलिए वह आशा और सकारात्मकता के साथ जीवन को देखते हैं।
समाचार-पत्रों, पत्रिकाओं और टेलीविज़न पर आपने ऐसी अनेक घटनाएँ देखी-सुनी होंगी जिनमें लोगों ने बिना किसी लालच के दूसरों की सहायता की हो या ईमानदारी से काम किया हो। ऐसे समाचार तथा लेख एकत्रित करें और कम-से-कम दो घटनाओं पर अपनी टिप्पणी लिखें।
Improve your grades!
Join English Chatterbox to access detailed and curated answers, and score higher than you ever have in your exams.
Sign up nowलेखक ने अपने जीवन की दो घटनाओं में रेलवे के टिकट बाबू और बस कंडक्टर की अच्छाई और ईमानदारी की बात बताई है। आप भी अपने या अपने किसी परिचित के साथ हुई किसी घटना के बारे में बताइए जिसमें किसी ने बिना किसी स्वार्थ के भलाई, ईमानदारी और अच्छाई के कार्य किए हों।
Improve your grades!
Join English Chatterbox to access detailed and curated answers, and score higher than you ever have in your exams.
Sign up nowदोषों का पर्दाफ़ाश करना कब बुरा रूप ले सकता है?
Improve your grades!
Join English Chatterbox to access detailed and curated answers, and score higher than you ever have in your exams.
Sign up nowआजकल के बहुत से समाचार पत्र या समाचार चैनल 'दोषों का पर्दाफ़ाश' कर रहे हैं। इस प्रकार के समाचारों और कार्यक्रमों की सार्थकता पर तर्क सहित विचार लिखिए?
Improve your grades!
Join English Chatterbox to access detailed and curated answers, and score higher than you ever have in your exams.
Sign up nowनिम्नलिखित के संभावित परिणाम क्या-क्या हो सकते हैं? आपस में चर्चा कीजिए, जैसे-"ईमानदारी को मूर्खता का पर्याय समझा जाने लगा है।" परिणाम-भ्रष्टाचार बढ़ेगा।
1. "सचाई केवल भीरु और बेबस लोगों के हिस्से पड़ी है।"
2. "झूठ और फरेब का रोज़गार करनेवाले फल-फूल रहे हैं।"
3. "हर आदमी दोषी अधिक दिख रहा है, गुणी कम।"
Improve your grades!
Join English Chatterbox to access detailed and curated answers, and score higher than you ever have in your exams.
Sign up nowआपने इस लेख में एक बस की यात्रा के बारे में पढ़ा। इससे पहले भी आप एक बस यात्रा के बारे में पढ़ चुके हैं। यदि दोनों बस-यात्राओं के लेखक आपस में मिलते तो एक-दूसरे को कौन-कौन सी बातें बताते? अपनी कल्पना से उनकी बातचीत लिखिए।
Improve your grades!
Join English Chatterbox to access detailed and curated answers, and score higher than you ever have in your exams.
Sign up nowलेखक ने लेख का शीर्षक 'क्या निराश हुआ जाए' क्यों रखा होगा? क्या आप इससे भी बेहतर शीर्षक सुझा सकते हैं?
Improve your grades!
Join English Chatterbox to access detailed and curated answers, and score higher than you ever have in your exams.
Sign up nowयदि 'क्या निराश हुआ जाए' के बाद कोई विराम चिह्न लगाने के लिए कहा जाए तो आप दिए गए चिह्नों में से कौन-सा चिह्न लगाएँगे? अपने चुनाव का कारण भी बताइए।
- "आदर्शों की बातें करना तो बहुत आसान है पर उन पर चलना बहुत कठिन है।" क्या आप इस बात से सहमत हैं? तर्क सहित उत्तर दीजिए।
Improve your grades!
Join English Chatterbox to access detailed and curated answers, and score higher than you ever have in your exams.
Sign up now"हमारे महान मनीषियों के सपनों का भारत है और रहेगा।"
1. आपके विचार से हमारे महान विद्वानों ने किस तरह के भारत के सपने देखे थे? लिखिए।
2. आपके सपनों का भारत कैसा होना चाहिए? लिखिए।
Improve your grades!
Join English Chatterbox to access detailed and curated answers, and score higher than you ever have in your exams.
Sign up nowदो शब्दों के मिलने से समास बनता है। समास का एक प्रकार है-द्वंद्व समास। इसमें दोनों शब्द प्रधान होते हैं। जब दोनों भाग प्रधान होंगे तो एक-दूसरे में द्वंद्व (स्पर्धा, होड़) की संभावना होती है। कोई किसी से पीछे रहना नहीं चाहता, जैसे-चरम और परम $=$ चरम-परम, भीरु और बेबस $=$ भीरु-बेबस। दिन और रात $=$ दिन-रात।
'और' के साथ आए शब्दों के जोड़े को 'और' हटाकर (-) योजक चिह्न भी लगाया जाता है। कभी-कभी एक साथ भी लिखा जाता है। द्वंद्व समास के बारह उदाहरण ढूँढ़कर लिखिए।
Improve your grades!
Join English Chatterbox to access detailed and curated answers, and score higher than you ever have in your exams.
Sign up nowपाठ से तीनों प्रकार की संज्ञाओं के उदाहरण खोजकर लिखिए।
Improve your grades!
Join English Chatterbox to access detailed and curated answers, and score higher than you ever have in your exams.
Sign up nowExtra Questions - क्या निराश हुआ जाए | वसंत | Hindi | Class 8
लेखक ने जीवन में ईमानदारी और सच्चाई के महत्व पर जोर दिया है। उन्होंने कुछ ऐसे उदाहरण भी दिए हैं जहां लोगों ने स्वार्थ के बिना दूसरों की सहायता की। आपके विचार में आज के समय में ऐसी ईमानदारी और परोपकार की भावना कैसे बढ़ाई जा सकती है?
लेखक कहते हैं कि ईमानदारी और सच्चाई जीवन के बहुत महत्वपूर्ण हिस्से हैं। उन्होंने बताया कि कैसे लोग बिना किसी स्वार्थ के दूसरों की मदद करते हैं। आज के समय में ऐसी भावना बढ़ाने के लिए, हमें पहले खुद से शुरू करना होगा। छोटे-छोटे कामों में ईमानदारी दिखानी चाहिए, जैसे कि स्कूल में किसी की मदद करना या खोयी हुई चीज को वापस लौटाना। अपने दोस्तों और परिवार के साथ इन अच्छाइयों के किस्से साझा करें, ताकि वे भी प्रेरित हों। स्कूलों और समाज में ईमानदारी और परोपकार के प्रोजेक्टस करके भी इसे बढ़ाया जा सकता है।
लेखक ने समाज में फैली भ्रष्टाचार और निराशा की छवि का वर्णन किया है, लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अच्छाई अभी भी जिंदा है। आपके हिसाब से, आज के समाज में अच्छाई और ईमानदारी की उपस्थिति कैसे महसूस की जा सकती है?
Improve your grades!
Join English Chatterbox to access detailed and curated answers, and score higher than you ever have in your exams.
Sign up nowImprove your grades!
Join English Chatterbox to access detailed and curated answers, and score higher than you ever have in your exams.
Sign up nowImprove your grades!
Join English Chatterbox to access detailed and curated answers, and score higher than you ever have in your exams.
Sign up nowImprove your grades!
Join English Chatterbox to access detailed and curated answers, and score higher than you ever have in your exams.
Sign up nowImprove your grades!
Join English Chatterbox to access detailed and curated answers, and score higher than you ever have in your exams.
Sign up nowImprove your grades!
Join English Chatterbox to access detailed and curated answers, and score higher than you ever have in your exams.
Sign up nowImprove your grades!
Join English Chatterbox to access detailed and curated answers, and score higher than you ever have in your exams.
Sign up nowImprove your grades!
Join English Chatterbox to access detailed and curated answers, and score higher than you ever have in your exams.
Sign up nowAbout the Author - क्या निराश हुआ जाए | Class 8 वसंत | Hindi
हजारी प्रसाद द्विवेदी जी का नाम आज भी हिंदी साहित्य में बहुत आदर के साथ लिया जाता है। वे एक महान लेखक, कवि, आलोचक और इतिहासकार थे। उनका जन्म 19 अगस्त 1907 को उत्तर प्रदेश के दुबेछा गाँव में हुआ था। द्विवेदी जी का लेखन काल बहुत व्यापक और विविधता से भरा हुआ था। उन्होंने ऐसी अनेक रचनाएँ लिखीं, जिनमें भारतीय संस्कृति, इतिहास, और धर्म के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों पर भी गहन चिंतन मिलता है।
उन्होंने न केवल कहानियाँ और उपन्यास लिखे, बल्कि उन्होंने आलोचनाओं के माध्यम से साहित्यिक विचारों को भी नई दिशा दी। उनकी प्रमुख कृतियों में 'बाणभट्ट की आत्मकथा', 'अशोक के फूल', 'पुनर्नवा', जैसे कालजयी उपन्यास शामिल हैं। उनका लेखन भारतीय समाज की अच्छाइयों और उसकी कमजोरियों पर केंद्रित था।
हजारी प्रसाद द्विवेदी जी हिंदी में आधुनिक निबंध लेखन के प्रणेता माने जाते हैं। उनकी भाषा बहुत ही सरल और प्रभावशाली होती थी, जिससे वे अपने पाठकों के दिल तक पहुँच जाते थे। साहित्य के क्षेत्र में उनके महान योगदान के लिए उन्हें 'पद्म भूषण' से भी सम्मानित किया गया।
एक साहित्यिक हस्ती होने के नाते, द्विवेदी जी ने हमेशा समाज को नई दिशा देने का प्रयास किया। वे ऐसे लेखक थे जिनका साहित्यिक काम ना केवल मनोरंजन प्रदान करता है, बल्कि समाज को सोचने की नई दिशा देने में भी सहायक होता है।
Summary - क्या निराश हुआ जाए | Class 8 वसंत | Hindi
Unlock the full summary
Themes - क्या निराश हुआ जाए | Class 8 वसंत | Hindi
1. ईमानदारी और अच्छाई का महत्व
इस अध्याय में सबसे बड़ी शिक्षा जो हमें मिलती है, वह है ईमानदारी और अच्छाई की महत्वपूर्णता। लेखक ने अपनी कहानियों के ज़रिए बताया है कि भले ही दुनिया ........
We've got so much more in store, just for you! 🤩
Sign up to unlock Themes and everything else
Unlock now 🔓Plot - क्या निराश हुआ जाए | Class 8 वसंत | Hindi
अध्याय की कथानक संरचना:
1. समाज में व्याप्त निराशा:
लेखक अपने अध्याय की शुरुआत इस बात से करते हैं कि आज के समय में भ्रष्टाचार, ठगी, धोखेबाजी जैसी घटनाएँ आम हो चुकी हैं, जिसके कारण समाज में निराशा और संदेह ......
We've got so much more in store, just for you! 🤩
Sign up to unlock Plot and everything else
Unlock now 🔓Important Lines - क्या निराश हुआ जाए | Class 8 वसंत | Hindi
"मेरा मन कभी-कभी बैठ जाता है।"
इससे हमें पता चलता है......
We've got so much more in store, just for you! 🤩
Sign up to unlock Important Lines and everything else
Unlock now 🔓