इस कविता "कठपुतली" में, कवि ने एक कठपुतली की कहानी को बताया किया है जो अपने जीवन पर धागों के नियंत्रण से गुस्सा और परेशान है। कठपुतली इन धागों के कारण खुद को जकड़ा हुआ महसूस करती है और स्वतंत्र रूप से चलने की इच्छा जताती है। वह कहती है कि उसके..........................
कठपुतली - Class 7 - Hindi
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Back Exercises - कठपुतली | वसंत | Hindi | Class 7
कई बार जब दो शब्द आपस में जुड़ते हैं तो उनके मूल रूप में परिवर्तन हो जाता है। कठपुतली शब्द में भी इस प्रकार का सामान्य परिवर्तन हुआ है। जब काठ और पुतली दो शब्द एक साथ हुए कठपुतली शब्द बन गया और इससे बोलने में सरलता आ गई। इस प्रकार के कुछ शब्द बनाइएजैसे-काठ (कठ) से बना-कठगुलाब, कठफोड़ा
हाथ-हथ सोना-सोन मिट्टी-मट
आपने जिस संधि (शब्दों के जुड़ने की प्रक्रिया) का उदाहरण दिया है, उससे भाषा में उच्चारण सरलता और शैलीगत सौंदर्य आता है। इसके अनुसार, निम्नलिखित शब्द बनाए जा सकते हैं:
काठ (कठ) से बना:
1. काठ + गुलाब = कठगुलाब
2. काठ + फोड़ा = कठफोड़ा
3. काठ + माल = कठमाल (किसी सख्त या कड़ी चीज़ के लिए उपयोगी)
हाथ (हथ) से बना:
1. हाथ + हल = हथहल (कृषि उपकरण से जुड़ा)
2. हाथ + कार = हथकार (कुछ हाथ से बना या हस्तकला से जुड़ा)
3. हाथ + बंदूक = हथबंदूक (सपाट बोलचाल में, एक हाथ से संचालित बंदूक)
सोना (सोन) से बना:
1. सोना + भंडार = सोनभंडार (सोने का खजाना)
2. सोना + चिरैया = सोनचिरैया (एक मूल्यवान पक्षी के रूप में कल्पित, अक्सर स्वतंत्रता या मूल्य का प्रतीक)
3. सोना + दान = सोनदान (सोने का दान)
मिट्टी (मट) सती (मट) से बना:
1. मिट्टी + गंध = मटगंध (वर्षा के बाद मिट्टी से आने वाली सुगंध)
2. मिट्टी + कला = मटकला (मिट्टी से बनी कलाकृतियों का निर्माण)
3. मिट्टी + पात्र = मटपात्र (मिट्टी से बने व्यंजन या बर्तन)
कविता की भाषा में लय या तालमेल बनाने के लिए प्रचलित शब्दों और वाक्यों में बदलाव होता है। जैसे-आगे-पीछे अधिक प्रचलित शब्दों की जोड़ी है, लेकिन कविता में 'पीछे-आगे' का प्रयोग हुआ है। यहाँ 'आगे' का '...बोली ये धागे' से ध्वनि का तालमेल है। इस प्रकार के शब्दों की जोड़ियों में आप भी परिवर्तन कीजिए-दुबला-पतला, इधर-उधर, ऊपर-नीचे, दाएँ-बाएँ, गोरा-काला, लाल-पीला आदि।
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Sign up nowBack Questions - कठपुतली | वसंत | Hindi | Class 7
कठपुतली को गुस्सा क्यों आया?
कठपुतली को गुस्सा आया क्योंकि उसे अपने पीछे-आगे के धागों से बंधा महसूस हो रहा था। उसने खुद को इन धागों से मुक्त करने की इच्छा व्यक्त की क्योंकि वह अपनी मर्जी से चलना चाहती थी, जैसे कि उसके अपने पाँवों पर। इससे बाकी कठपुतलियाँ भी सहमत हो गईं।
कठपुतली को अपने पाँवों पर खड़ी होने की इच्छा है, लेकिन वह क्यों नहीं खड़ी होती?
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Sign up nowपहली कठपुतली की बात दूसरी कठपुतलियों को क्यों अच्छी लगी?
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Sign up nowपहली कठपुतली ने स्वयं कहा कि-‘ये धागे / क्यों हैं मेरे पीछे-आगे?/ इन्हें तोड़ दो; / मुझे मेरे पाँवों पर छोड़ दो।'-तो फिर वह चिंतित क्यों हुई कि-'ये कैसी इच्छा / मेरे मन में जगी?' नीचे दिए वाक्यों की सहायता से अपने विचार व्यक्त कीजिए-
- उसे दूसरी कठपुतलियों की ज़िम्मेदारी महसूस होने लगी।
- उसे शीघ्र स्वतंत्र होने की चिंता होने लगी।
- वह स्वतंत्रता की इच्छा को साकार करने और स्वतंत्रता को हमेशा बनाए रखने के उपाय सोचने लगी।
- वह डर गई, क्योंकि उसकी उम्र कम थी।
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Sign up now'बहुत दिन हुए / हमें अपने मन के छंद छुए।'-इस पंक्ति का अर्थ और क्या हो सकता है? दिए हुए वाक्यों की सहायता से सोचिए और अर्थ लिखिए-
(क) बहुत दिन हो गए, मन में कोई उमंग नहीं आई।
(ख) बहुत दिन हो गए, मन के भीतर कविता-सी कोई बात नहीं उठी, जिसमें छंद हो, लय हो।
(ग) बहुत दिन हो गए, गाने-गुनगुनाने का मन नहीं हुआ।
(घ) बहुत दिन हो गए, मन का दुख दूर नहीं हुआ और न मन में खुशी आई।
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Sign up nowनीचे दो स्वतंत्रता आंदोलनों के वर्ष दिए गए हैं। इन दोनों आंदोलनों के दो-दो स्वतंत्रता सेनानियों के नाम लिखिए-
(क) सन् 1857
(ख) सन् 1942
## अनुमान और कल्पना
- स्वतंत्र होने की लड़ाई कठपुतलियाँ कैसे लड़ी होंगी और स्वतंत्र होने के बाद स्वावलंबी होने के लिए क्या-क्या प्रयत्न किए होंगे? यदि उन्हें फिर से धागे में बाँधकर नचाने के प्रयास हुए होंगे तब उन्होंने अपनी रक्षा किस तरह के उपायों से की होगी?
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Sign up nowExtra Questions - कठपुतली | वसंत | Hindi | Class 7
Q. निम्नलिखित में से कौन खुदाई में प्राप्त अब तक का सबसे बड़ा स्तूप स्थल है?
A. विशाखापट्टनम के पास अनकापल्ले।
B. कर्नाटक के गुलबर्गा जिले में सन्नती। C. आंध्र प्रदेश में गुंटपल्ले। D. आंध्र प्रदेश में नागार्जुनकोंडा।
The correct answer is B.
Location and Significance:
The largest stupa site discovered through excavations is located in the district of Gulbarga in Karnataka, at the site called Sannati. Here, archaeologists have uncovered remarkable evidence that points toward its historical and architectural significance, making it the most significant stupa excavation to date.
About the Poet - कठपुतली | Class 7 वसंत | Hindi
भवानी प्रसाद मिश्र एक महान हिंदी कवि थे, जिन्होंने हमें अपनी कविताओं के माध्यम से बहुत कुछ सिखाया है। वे 29 फरवरी 1913 को जन्मे थे और उनकी ......................
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Themes - कठपुतली | Class 7 वसंत | Hindi
इस कविता का केंद्रीय विचार कठपुतलियों के जरिए इंसानी जीवन में आज़ादी की चाह और पराधीनता के मर्म को समझाना है। चलिए, इस कविता से उभर आए विचारों को अलग-अलग शीर्षकों के तहत सरल भाषा में समझते हैं।
1. आज़ादी की चाह
कविता में कठपुतली का धागों से छूटने का मन आज़ादी की उस चाह को दर्शाता है जो हर जीवात्मा में होती है। यहां कठपुतली के जरिए उन सभी लोगों का प्रतिनिधित्व किया गया है जो किसी न किसी रूप में परिस्थितियों या दूसरों के द्वारा नियंत्रित महसूस करते हैं।
2. स्वतंत्रता की आवश्यकता
इस भाग में कठपुतली........................
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इस कविता में प्रयुक्त प्रतीकों का विवरण निम्नवत है:
1. धागे
प्रतीक का अर्थ: धागे यहाँ समाज या परिवेश द्वारा लगाई गई पाबंदियों और उम्मीदों को दर्शाते हैं। जैसे कठपुतली को धागे से बाँध कर नचाया जाता है, ठीक ................
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इस कविता में विभिन्न काव्य शैलियाँ और अलंकार का उपयोग किया गया है। चलो आसान हिंदी में इन्हें समझते हैं:
1. प्रतीकात्मकता (Symbolism): कठपुतली और धागे का उपयोग जीवन में हमारी भावनाओं और सीमाओं को दिखाने के लिए किया गया है। ऐसे जैसे हम सभी किसी न किसी धागे से बंधे होते हैं जैसे कुछ नियम या दबाव।
2. पुनरावृत्ति (Repetition): कई.............................
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