सर्वेश्वरदयाल सक्सेना की यह कविता प्रकृति और पर्यावरण के संरक्षण का संदेश देती है। कवि अपनी कविता में एक खूबसूरत और हरे-भरे बगीचे की कल्पना करते हैं, जहां फूल-फल....
थोड़ी धरती पाऊँ - Class 7 - Hindi
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Back Exercises - थोड़ी धरती पाऊँ | दूर्वा | Hindi | Class 7
तुम्हारे घर के पास कौन-कौन से पेड़-पौधे, पशु-पक्षी आमतौर पर नज़र आते हैं? उनकी सूची बनाओ।
पेड़-पौधे:
1. नीम - चिकित्सीय गुणों के लिए जाना जाता है
2. पीपल - ऑक्सीजन प्रदान करने में समृद्ध
3. आम - फलदायी और छायादार
पशु-पक्षी:
1. कबूतर - शांति का प्रतीक
2. गौरैया - छोटे और चंचल पक्षी
3. कुत्ते - वफादार और मनुष्य के अच्छे साथी
अपने आस-पास पता करके ऐसे किसी व्यक्ति से बात करो जिसने कोई पेड़ या पौधा लगाया है। उससे पूछकर निम्नलिखित जानकारी प्राप्त करो-
- पेड़/ पौधे का नाम
- कब लगाया था?
- देखभाल की या नहीं?
क्या वह पेड़/ पौधा अब भी मौजूद है?
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Sign up nowहमारे देश में पुराने समय से ही पेड़-पौधों को लगाने और उन्हें कटने से बचाने की परंपरा रही है। कई बार लोगों ने मिलकर पेड़ों को बचाने के लिए आंदोलन भी किया। ऐसे ही किसी आंदोलन के बारे में जानकारी इकट्ठी करके कॉपी में लिखो। इसके लिए तुम्हें पुस्तकालय, समाचार-पत्रों, पत्रिकाओं, शिक्षिका या माता-पिता और इंटरनेट से भी सहायता मिल सकती है।
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Sign up nowइन शब्दों के समान अर्थ वाले कुछ शब्दों को लिखो
धरती
चिड़िया
हवा
पेड
दुनिया
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Sign up nowजंगल, पेड़-पौधों और प्रकृति से संबंधित कुछ कविताओं के बारे में जानकारी प्राप्त करो। "जंगल" शीर्षक से दी गई कविता को पढ़ो और अपने दोस्तों को सुनाओ।
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Sign up nowBack Questions - थोड़ी धरती पाऊँ | दूर्वा | Hindi | Class 7
कवि बाग-बगीचा क्यों लगाना चाहता है?
कवि बागबगीचा लगाना चाहता है क्योंकि वह चाहता है कि फूल-फल खिलें, चिड़ियाँ गाए और ताजी खुशबू फैले। उसके पास जमीन का एक टुकड़ा हो जिसमें वह निजी बगीचा बना सके। हालांकि, वह एक इंच धरती भी नहीं ढूंढ पाता और उसे एक पेड़ भी नहीं मिलता जो उसे अपना भाई कह सके।
कविता में कवि की क्या विनती है?
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Sign up nowकवि क्यों कह रहा है कि
'आज सभ्यता वहशी बन, पेड़ों को काट रही है।
इस पर अपने विचार लिखो।
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Sign up nowकविता की इस पंक्ति पर ध्यान दो-
"बच्चे और पेड़ दुनिया को हरा-भरा रखते हैं।"
अब तुम यह बताओ कि पेड़ों और बच्चों में क्या कुछ समानता है? उसे अपने ढंग से लिखो।
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Sign up nowकैसी लगी कविता
कविता पढ़ो और जवाब दो-
क कविता की कौन-सी पंक्तियाँ सबसे अच्छी लगीं?
ख वे पंक्तियाँ क्यों अच्छी लगीं?
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Sign up nowनीचे एक लकड़हारे और एक बच्ची की बातचीत दी गई है। इसे अपनी समझ से पूरा करो।
बच्ची -- ओ भैया! आप इस पेड़ को क्यों काट रहे हो?
लकड़हारा -- यह तो मेरा काम है।
बच्ची -- पर यह तो गलत है।
लकड़हारा --यह कैसे गलत है? इसी से तो मेरे परिवार का भरण-पोषण होता है।
बच्ची --
लकड़हारा --
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Sign up nowतुम पेड़ों को बचाने के लिए क्या कुछ कर सकते हो? बताओ।
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Sign up nowकविता में कवि ने बगीचे के बारे में बहुत कुछ बताया है। बताओ, नीचे लिखी चीज़ों में से कौन-सी चीज़ें बगीचे में होंगी?
कार -- फूल
क्यारियाँ -- चिड़ियाँ
सड़क -- फल
खेत -- तालाब
कारखाने -- पेड़
कुर्सी --कागज़
पत्ता -- टहनी
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Sign up nowExtra Questions - थोड़ी धरती पाऊँ | दूर्वा | Hindi | Class 7
बहुत दिनों से सोच रहा था, थोड़ी धरती पाऊँ
उस धरती में बागबगीचा, जो हो सके लगाऊँ।
खिलें फूल-फल, चिड़ियाँ बोलें, प्यारी खुशवू डोले
ताजी जलाशय में, अपना हर अंग भिगो ले।
लेकिन एक इंच धरती भी कहीं नहीं मिल पाई
एक पेड़ भी नहीं, कहे जो मुझको अपना भाई।
बहुत दिनों से सोच रहा था, थोड़ी धरती पाऊँ
उस धरती में बागबगीचा, जो हो सके लगाऊँ।
खिलें फूल-फल, चिड़ियाँ बोलें, प्यारी खुशवू डोले
ताजी जलाशय में, अपना हर अंग भिगो ले।
लेकिन एक इंच धरती भी कहीं नहीं मिल पाई
एक पेड़ भी नहीं, कहे जो मुझको अपना भाई।
1. कविता के इस अंश में कवि किस चीज़ की लालसा व्यक्त कर रहा है?
2. कविता के इस भाग में कवि द्वारा वर्णित आदर्श बागबगीचे में कौन-कौन सी चीज़ें शामिल हैं?
3. "एक पेड़ भी नहीं, कहे जो मुझको अपना भाई।" - इस पंक्ति के माध्यम से कवि क्या भावना व्यक्त कर रहे हैं?
4. कवि की 'थोड़ी धरती पाऊँ' वाली इच्छा पूरी क्यों नहीं हो पाई, के संदर्भ में अपना विचार व्यक्त करें।
5. कविता के इस अंश में 'ताजी जलाशय में, अपना हर अंग भिगो ले' के माध्यम से कवि ने किस प्रकार का वातावरण सृजित करने की कल्पना की है?
1. कविता के इस अंश में कवि की एक छोटे बागबगीचे की लालसा व्यक्त हो रही है, जिसमें वह प्रकृति के सुंदर पक्षों को समाहित करना चाहता है।
2. कविता के इस भाग में फूल-फल, चिड़ियाँ और खुशबू, साथ ही ताजा जलाशय वर्णित बागबगीचे के मुख्य तत्व हैं।
3. "एक पेड़ भी नहीं, कहे जो मुझको अपना भाई।" - इस पंक्ति के माध्यम से कवि प्रकृति के साथ गहरा संबंध व्यक्त करने की इच्छा दर्शा रहे हैं, जिसमें वे पेड़ों को अपने परिवार के सदस्य की भांति देखना चाहते हैं।
4. कवि की 'थोड़ी धरती पाऊँ' वाली इच्छा स्थलीय सीमाओं के कारण पूरी नहीं हो पाई, जिससे जीवनस्थली में नैसर्गिक संपदा के प्रति उनकी गहरी लालसा अधूरी रह जाती है।
5. 'ताजी जलाशय में, अपना हर अंग भिगो ले' के माध्यम से कवि ने एक मनोरम और शांत वातावरण की कल्पना की है, जहां मनुष्य प्रकृति के साथ सहजीवन और सामंजस्य बिठाकर एक आनंददायक जीवन व्यतीत कर सकता है।
हो सकता है पास, तुम्हारे अपनी कुछ धरती हो
फूल-फलों से लदे बगीचे और अपनी धरती हो।
हो सकता है छोटी सी क्यारी हो, महक रही हो
छोटी-सी खेती हो जो फसलों में दहक रही हो।
हो सकता है कहीं शांत चौपाए घूम रहे हों
हो सकता है कहीं सहन में पक्षी झूम रहे हों।
तो विनती है यही, कभी मत उस दुनिया को खोना
पेड़ों को मत कटने देना, मत चिड़ियों को रोना।
1. कवि इस अंश में पाठकों को किस प्रकार की धरती और बगीचे की संपदा की ओर आकर्षित कर रहे हैं?
2. छोटी-सी खेती और फसलों में दहक होने का वर्णन करते हुए, कवि किस विचार को सामने रखना चाहते हैं?
3. कवि ने शांत चौपाए और सहन में पक्षी झूमने की छवि का उपयोग करके किस प्रकार का संदेश देने की कोशिश की है?
4. "तो विनती है यही, कभी मत उस दुनिया को खोना" - इस पंक्ति में कवि क्या महत्वपूर्ण आह्वान कर रहे हैं?
5. "पेड़ों को मत कटने देना, मत चिड़ियों को रोना।" - इस पंक्ति में कवि द्वारा दी गई पारिस्थितिकीय जिम्मेदारी की सलाह को किस प्रकार समझा जा सकता है?
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Sign up nowAbout the Poet - थोड़ी धरती पाऊँ | Class 7 दूर्वा | Hindi
सर्वेश्वरदयाल सक्सेना एक प्रसिद्ध हिंदी कवि, नाटककार और पत्रकार थे। वह 15 सितम्बर 1927 को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में जन्मे थे और 24 सितंबर 1983 को उनका निधन हो गया। सर्वेश्वरदयाल सक्सेना ने हिंदी साहित्य में बहुत बड़ा योगदान दिया।
उन्हें बच्चों के लिए लिखी गई कविताओं के लिए भी बहुत जाना जाता है। उन्होंने बच्चों की कल्पना और सपनों को अपनी कविताओं में खूबसूरती से पिरोया है। सर्वेश्वरदयाल सक्सेना कविताओं के जरिए प्रकृति, पर्यावरण, और हमारे आसपास के सौंदर्य को बचाने की बात करते हैं।
उनकी कविताओं में अक्सर बच्चों के नजरिए से दुनिया को देखने के लिए कहा जाता है, जिससे बच्चे सीख सकें कि कैसे सादगी और स्वस्थ जीवनशैली के महत्व को पहचाना जा सकता है।
सर्वेश्वरदयाल सक्सेना की कविताओं और नाटकों ने समाज में चल रहे मुद्दों पर भी प्रकाश डाला। उन्हें उनके लेखन के लिए कई पुरस्कार भी मिले, जिनमें साहित्य अकादमी अवार्ड भी शामिल है।
संक्षेप में, सर्वेश्वरदयाल सक्सेना की रचनाएँ बच्चों और बड़ों दोनों के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं, और वह हमेशा हमारे दिलों में अपने शब्दों के माध्यम से जीवित रहेंगे।
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Unlock now 🔓Summary - थोड़ी धरती पाऊँ | Class 7 दूर्वा | Hindi
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Themes - थोड़ी धरती पाऊँ | Class 7 दूर्वा | Hindi
1. प्रकृति का संरक्षण
सर्वेश्वरदयाल सक्सेना की कविता मुख्य रूप से प्रकृति के संरक्षण का संदेश देती है। कवि ने बताया है कि प्रकृति, जिसमें पेड़-पौधे, जलाशय, और पशु-पक्षी शामिल हैं, हमारे जीवन.....
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सर्वेश्वरदयाल सक्सेना की कविता में कुछ खास प्रतीकों का उपयोग किया गया है, जो इस कविता के गहरे अर्थ को समझने में मदद करते हैं। चलिए, हम आपको इन प्रतीकों का मतलब समझाते हैं।
1. धरती और बगीचा:
धरती और बगीचा यहाँ पर प्रकृति के संरक्षण और....
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1. उपमा (Simile): इसमें दो चीजों की तुलना 'सा', 'सी' जैसे शब्दों के प्रयोग से की जाती है। उदाहरण के लिए, "चिड़ियों को रोना" यहाँ पर चिड़ियों का गाना मनुष्य के....
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